संभल जामा मस्जिद का बवाल के बीच सर्वे पूरा, 29 नवंबर को कोर्ट में पेश की जाएगी रिपोर्ट, जानिए पूरी अपडेट।
Sambhal mosque survey : उत्तर प्रदेश के संभल में भारी बवाल के बीच जामा मस्जिद का सर्वे पूरा हो गया है। इस बारे में हिंदू पक्ष से जुड़े एडवोकेट विष्णु शंकर जैन ने बड़ी जानकारी मीडिया से साझा की है। इनके मुताबिक संभल मस्जिद सर्वे का काम पूरा हो गया है और अब 29 नवंबर को कोर्ट में रिपोर्ट पेश की जाएगी। सर्वे का काम बवाल के बाद दोबारा जारी किया गया था। 7.30 सुबह से 10 बजे तक कमीशन की कार्रवाई हुई।
एडवोकेट विष्णु शंकर जैन ने बताया कि सर्वे की वीडियो और फोटोग्राफी कराई गई है। साथ ही उन्होंने लोगों से कानून के दायरे में रहकर कोई भी विरोध करने की बात कही। साथ ही कहा कि कोर्ट से इस मामले का फैसला आने में अभी समय लगेगा। सभी पक्षों को कोर्ट में अपनी बात रखने का मौका मिलेगा।
हर पक्ष को मिलेगा सर्वे रिपोर्ट पर मौका॥
एडवोकेट विष्णु शंकर जैन ने कहा, 29 नवंबर को केस की तारीख निर्धारित है। इसी दौरान सर्वे रिपोर्ट पेश की जाएगी। सीपीसी के अनुसार सर्वे रिपोर्ट पर हर किसी को अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा। कोर्ट के ऑर्डर के हिसाब से सर्वे पूरा हो चुका है। सर्वे के दौरान मजिस्द कमेटी के वकील और मेंबर भी मौजूद थे। एडवोकेट कमीशन की रिपोर्ट सीधे कोर्ट को दी जाएगी।
जामा मस्जिद सर्वे के बीच मचा बवाल॥
रविवार सुबह सात बजे करीब एक टीम दूसरी बार जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने पहुंची थी। टीम के विवादित स्थल पर पहुंचते ही भीड़ जमा हो गयी। भीड़ में से कुछ अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम और पुलिस पर पत्थरबाजी की। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए भीड़ पर आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल प्रयोग किया। बता दें, सर्वेक्षण टीम में वकील विष्णु शंकर जैन भी शामिल थे। विष्णु शंकर जैन और उनके पिता हरि शंकर जैन ने ज्ञानवापी मस्जिद-काशी विश्वनाथ मंदिर विवाद सहित पूजा स्थलों से संबंधित कई मामलों में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व किया है।
10 लोगों को हिरासत में लिया॥
संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है और कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि 10 लोगों को हिरासत में लिया गया है और हिंसा की जांच शुरू कर दी गई है। बता दें, स्थानीय अदालत में एक याचिका दाखिल करके दावा किया गया है कि उस स्थान पर हरिहर मंदिर था। इसके बाद अदालत ने जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया। अदालत के आदेश पर मंगलवार को पहले सर्वेक्षण हुआ था, तभी से इलाके में तनाव बना हुआ है। इस दौरान के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आये हैं।
उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा- डीजीपी
जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पेसिया ने कहा, "हमने पथराव की घटना के सिलसिले में करीब 10 लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। उपद्रवियों को खदेड़ दिया गया और अब उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, संभल में पथराव और आगजनी पर राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने कहा, "संभल में स्थिति नियंत्रण में है और हम हालात पर नजर रख रहे हैं। स्थानीय पुलिस और प्रशासन के सभी अधिकारी मौके पर हैं। जल्द ही असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
बाबरनामा में मस्जिद की जगह मंदिर का जिक्र॥
विष्णु शंकर जैन और उनके पिता हरि शंकर जैन ने ज्ञानवापी मस्जिद-काशी विश्वनाथ मंदिर विवाद सहित पूजा स्थलों से संबंधित कई मामलों में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व किया है। हिंदू पक्ष के स्थानीय वकील गोपाल शर्मा ने शुक्रवार को बताया कि अदालत में दाखिल उनकी याचिका में कहा गया है कि ‘बाबरनामा और आइन-ए-अकबरी किताब में इस बात का उल्लेख है कि जिस जगह पर आज जामा मस्जिद है, वहां कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था। ' उन्होंने यह भी दावा किया कि मंदिर को मुगल सम्राट बाबर ने 1529 में ध्वस्त कराया था।
अखिलेश यादव ने उठाए सर्वे पर सवाल॥
समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने इस घटनाक्रम पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा, "संभल की जामा मस्जिद ऐतिहासिक और बहुत पुरानी है। सुप्रीम कोर्ट ने 1991 में एक आदेश में कहा था कि 1947 से जो भी धार्मिक स्थल जिस भी स्थिति में हैं, वे अपने स्थान पर बने रहेंगे।" सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी संभल विवाद पर सरकार को घेरा है। अखिलेश यादव ने सवाल उठाया कि जब एक बार सर्वे हो गया था, तो फिर दोबारा सर्वे करने की जरूरत क्यों पड़ी। कोई दूसरे पक्ष को सुनने वाला नहीं है, ऐसा लग रहा है।