वाराणसी में ई-रिक्शा के लिए नई व्यवस्था आज से होगी शुरू: नियम उल्लंघन करने पर कार्रवाई; भड़के चालक, सवारी ले जा रहे साथियों से की बदसलूकी।
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में कमिश्नरेट के काशी जोन के आदमपुर, जैतपुरा, कोतवाली, चेतगंज, सिगरा, चौक, दशाश्वमेध, लक्सा, भेलूपुर, लंका और चितईपुर थाना क्षेत्र में मंगलवार से ई-रिक्शा नई व्यवस्था के तहत चलेंगे। नई व्यवस्था का शुभारंभ ट्रैफिक पुलिस लाइन में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल हरी झंडी दिखाकर करेंगे। इसके साथ ही, मंगलवार से जिन ई-रिक्शा की फिटनेस सही नहीं पाई जाएगी, उनके खिलाफ ट्रैफिक पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
एडीसीपी ट्रैफिक राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि ई-रिक्शा चालकों के एक बड़े वर्ग की सहमति के बाद जाम की समस्या के समाधान के लिए नई व्यवस्था बनाई गई है। काशी जोन में गोमती और वरुणा जोन के ई-रिक्शा नहीं आएंगे। काशी जोन के ई-रिक्शा उसी थाना क्षेत्र में चलेंगे, जहां के पते पर वह पंजीकृत हैं। नई व्यवस्था की निगरानी की जाएगी और जो भी खामी सामने आएगी, उसे तत्काल दुरुस्त किया जाएगा। मंगलवार से ही ई-रिक्शा चालकों को रूट के अनुसार क्यूआर कोड वितरित किया जाएगा।
रूट नंबर 1 - कलर कोड - लाल
- कोतवाली, जैतपुरा और आदमपुर थाना क्षेत्र के पते पर पंजीकृत ई-रिक्शा चलेंगे।
- पंजीकृत ई-रिक्शा की संख्या - 5071
रूट नंबर 2 - कलर कोड - पीला
- चेतगंज, लक्सा, चौक, दशाश्वमेध और सिगरा थाना क्षेत्र के पते पर पंजीकृत ई-रिक्शा चलेंगे।
- पंजीकृत ई-रिक्शा की संख्या - 3362
रूट नंबर 3 - कलर कोड - हरा
- भेलूपुर थाना क्षेत्र के पते पर पंजीकृत ई-रिक्शा चलेंगे।
- पंजीकृत ई-रिक्शा की संख्या - 2786
रूट नंबर 4 - कलर कोड - नीला
- लंका और चितईपुर थाना क्षेत्र के पते पर पंजीकृत ई-रिक्शा चलेंगे।
- पंजीकृत ई-रिक्शा की संख्या - 2507
पुलिस आयुक्त ने एक बार फिर कैंट रोडवेज का किया दौरा, यातायात व्यवस्था को देखा॥
कैंट रेलवे स्टेशन के सामने वाली सड़क पर लगने वाले जाम की समस्या के समाधान के लिए पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में, सोमवार को वह एक हफ्ते में तीसरी बार कैंट स्टेशन क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने कैंट रोडवेज से इंग्लिशिया लाइन तक पैदल गश्त किया। यातायात व्यवस्था पर उन्होंने संतुष्टि जताई। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि रोजाना इसी प्रकार की व्यवस्था बनाए रखें। सड़क पर कोई भी वाहन खड़ा न हो और अतिक्रमण न होने पाए। यातायात में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
नई व्यवस्था से भड़के ई-रिक्शा चालकों ने की हड़ताल॥
वही, काशी जोन में गोमती व वरुणा जोन के ई-रिक्शा के संचालन पर प्रतिबंध और क्यूआर कोड आधारित चार रूट की नई व्यवस्था के विरोध में सोमवार को चालक/संचालक हड़ताल पर रहे।
सवारी लेकर जा रहे साथियों से की बदसलूकी॥
इसके साथ ही आरटीओ कार्यालय पर प्रदर्शन किए। इस दौरान सवारी लेकर जा रहे अपने साथियों से इन लोगों ने बदसलूकी की। सवारी लेकर जा रहे ऑटो पर भी लाठियां मारी। साथ ही आरटीओ कार्यालय का घेराव किया।
मंगलवार को भी जारी रहेगी हड़ताल॥
सवारी लेकर जा रहे ऑटो चालकों से ई-रिक्शा चालकों ने कई जगह बदसलूकी की। वहीं, इस बीच वरुणा किनारे स्थित शास्त्री घाट पर पांचवें दिन भी ई-रिक्शा चालकों के नेताओं का अनशन जारी रहा। ई-रिक्शा चालकों की हड़ताल के कारण लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हुई। हड़ताल मंगलवार को भी जारी रहेगी।
ई-रिक्शा चालकों ने सिटी परमिट टैक्स वापसी की मांग की॥
ई-रिक्शा चालक कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष घनश्याम यादव ने RTO को एक पत्रक सौंपा, जिसमें सिटी परमिट के लिए सालाना 2,400 रुपये टैक्स का भुगतान किए जाने की बात कही गई। उन्होंने मांग की, कि परमिट रद्द कर वाहन मालिकों को उनका पैसा वापस किया जाए। ई-रिक्शा चालकों का आरोप है कि ऑटो सिटी परमिट के लिए संभागीय परिवहन विभाग द्वारा सालाना 1900 रुपये टैक्स निर्धारित किया गया है।
काशी जोन में ई-रिक्शा चार क्षेत्रों में बांटे गए; नियम उल्लंघन पर कार्रवाई॥
बता दे की यातायात पुलिस ने काशी जोन में ई-रिक्शा संचालन को चार क्षेत्रों—एलो, ग्रीन, रेड, और ब्लू—में बांटा है। ई-रिक्शा केवल उसी थाना क्षेत्र में चल सकेगा जिस थाना क्षेत्र के पते पर ई-रिक्शा का पंजीकरण होगा। अगर कोई चालक निर्धारित रूट से बाहर किसी अन्य थाना क्षेत्र में जाएगा, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
ई-रिक्शा चालकों की साजिश का आरोप, आंदोलन की चेतावनी॥
वहीं इसपर ई-रिक्शा चालकों का आरोप है कि जानबूझकर जाम की समस्या दिखाकर उन्हें थानावार रूट आवंटित किया गया है। यदि उनके खिलाफ बेवजह दबाव डाला गया या नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।