राजीव गांधी की 80वीं जयंती आज: 'वीर भूमि' पहुंच राहुल गांधी ने पिता को दी श्रद्धांजलि, पीएम मोदी खरगे समेत इन नेताओं ने किया नमन।
नई दिल्ली। आज (20 अगस्त) देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती है। इस मौके पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपने दिवंगत पिता राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देने उनके समाधि स्थल वीर भूमि पहुंचे। यहां पर उन्होंने भारी बारिश के बीच अपने दिवंगत पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान राहुल गांधी के साथ रॉबर्ट वाड्रा और उनके बेटे भी साथ रहे। इस मौके पर उनके साथ कई कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।
आज दिल्ली में सुबह से बारिश के चलते राहुल को भी अपने पिता के समाधि स्थल पहुंचने में थोड़ी परेशानी हुई। राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा और उनका बेटा भी साथ थे। राहुल ने वीरभूमि पहुंचकर अपने पिता को 80वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कांग्रेस के बाकी कार्यकर्ता नेता भी मौजूद थे। कांग्रेस ने एक वीडियो भी अपने एक्स हैंडल से पोस्ट किया है। हालांकि समाधि स्थल पर बहन प्रियंका गांधी और मां सोनिया गांधी नहीं दिखे। राहुल गांधी के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी पूर्व पीएम को उनकी जयंती पर नमन किया। इसके अलावा पीएम मोदी ने भी अपने एक्स हैंडल से राजीव गांधी को याद किया।
"पापा, आपकी सीख मेरी प्रेरणा"
इससे पहले राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा एक करुणामय व्यक्तित्व, सौहार्द और सद्भावना के प्रतीक… पापा, आपकी सीख मेरी प्रेरणा है, और भारत के लिए आपके सपने मेरे अपने - आपकी यादें साथ ले कर इन्हें पूरा करूंगा।
पीएम मोदी ने भी श्रद्धांजलि॥
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजीव गांधी को याद करते हुए लिखा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। कांग्रेस के पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राजीव गांधी को नमन करते हुए लिखा कि मैं अपने दिल की गहराइयों से पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न राजीव गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। बहुत जल्दी हमसे छीन लिए गए, वे एक दूरदर्शी नेता थे जिनके सुधारों ने भारत को 21वीं सदी के लिए तैयार किया। एक ही कार्यकाल में उन्होंने दिखाया कि भारत का शासन कैसे होना चाहिए, चाहे वह विदेश नीति हो, रक्षा हो, आर्थिक सुधार हो या लोकतंत्र को मजबूत करना हो"
मल्लिकार्जुन खरगे ने किया याद॥
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी राजीव गांधी को उनकी जयंती पर याद किया। खरगे ने एक्स हैंडल से लिखा कि आज देश सद्भावना दिवस मना रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री, राजीव गांधी, भारत के महान सपूत थे। उन्होंने करोड़ों भारतीयों में आशा की किरण जगाई और अपने अभूतपूर्व योगदान से भारत को 21वीं सदी में पहुंचा दिया। मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी क्रांति, कम्प्यूटरीकरण कार्यक्रम, निरंतर शांति समझौते, महिला सशक्तिकरण, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और समावेशी शिक्षा पर जोर देने वाली नई शिक्षा नीति जैसे उनके कई सुखद कदम देश में परिवर्तनकारी बदलाव लाए। हम भारत रत्न, राजीव गांधी जी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दी श्रद्धांजलि॥
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स' पर लिखा, 'राजीव गांधी की 80वीं जयंती है। उनका राजनीतिक जीवन छोटा, लेकिन बेहद महत्वपूर्ण था। मार्च 1985 के बजट में उन्होंने बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसने आर्थिक नीति के प्रति एक नया दृष्टिकोण दिया।' रमेश ने कहा, 'शहादत को प्राप्त होने से कुछ सप्ताह पहले तक राजीव गांधी ने 1991 के लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र को तैयार करने में कई घंटे बिताए थे, जिसने जून-जुलाई 1991 में नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह द्वारा लाए गए ऐतिहासिक सुधारों की नींव रखी।'
उन्होंने कहा कि असम, पंजाब, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे देश के अशांत क्षेत्रों में शांति समझौते राजीव गांधी की उस शासन कला के बदौलत संभव हो पाए, जिन्होंने राष्ट्रीय हित को अपनी पार्टी के तात्कालिक हितों से ऊपर रखा। रमेश ने कहा, 'उनके पास विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की सामाजिक उपयोगिता के लिए एक दृष्टिकोण था, जो पेयजल आपूर्ति, टीकाकरण, साक्षरता, तिलहन उत्पादन और दूरसंचार एवं डेयरी विकास में प्रभावशाली प्रौद्योगिकी मिशन में परिलक्षित हुआ।'
उन्होंने कहा, '1985 में 1,65,000 ऐसे गांवों की पहचान हुई थी, जहां पीने योग्य पानी के किसी भी स्रोत तक आसान पहुंच नहीं थी। 1989 तक इनमें से 1,62,000 गांवों को पीने के पानी का कम से कम एक सुरक्षित स्रोत प्रदान किया गया। पोलियो टीका बनाने की सुविधाएं स्थापित की गईं.'
कांग्रेस महासचिव ने कहा, 'भारत को सॉफ्टवेयर निर्यात में महाशक्ति बनाने की दिशा में पहला प्रत्यक्ष कदम राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान उठाया गया था. सी-डीएसी जैसी संस्थाएं जिनपर आज हमें गर्व है, 1980 के दशक के अंत में स्थापित की गई थीं. राष्ट्रीय आवास बैंक और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक जैसी वित्तीय संस्थाएं भी उसी दौर में अस्तित्व में आई थीं।' उन्होंने कहा, 'प्रगतिशील मूल्यों पर आधारित 1986 की नयी शिक्षा नीति पर राजीव गांधी की व्यक्तिगत छाप थी। आज के नवोदय विद्यालय इसी पहल के तहत सामने आए. मतदान की आयु घटाकर 18 वर्ष कर दी गई और स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया गया।'
रमेश के अनुसार, 'हमारे संविधान का अनुच्छेद 243 निर्वाचित पंचायतों और नगर पालिकाओं को सशक्त बनाने की उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता को श्रद्धांजलि है। आज स्वशासन की इन संस्थाओं में 30 लाख से अधिक निर्वाचित प्रतिनिधि हैं, जिनमें से 40 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं।'
उन्होंने कहा, 'आज हम न सिर्फ एक प्रधानमंत्री को, बल्कि एक बहुत ही नेकदिल और सबकी परवाह करने वाले इंसान को भी याद करते हैं, जिसमें द्वेष नहीं था, प्रतिशोध और बदले की कोई भावना नहीं थी, कोई आडंबर नहीं था, और खुद के महिमा मंडन एवं आत्मप्रशंसा की चाह नहीं थी।'