कोलकाता : भ्रष्टाचार के मामले में RG कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष समेत 4 गिरफ्तार, बाकी तीन कौन, कैसे जुड़े इन चारों के तार?
नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल डॉक्टर संदीप घोष पर सीबीआई का शिकंजा कस चुका है। सोमवार को सीबीआई ने संदीप घोष को गिरफ्तार कर लिया है। संदीप घोष के ऊपर कॉलज से निकलने वाले मेडिकल कचरे के घोटाले का आरोप है। इससे पहले जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के मामले को लेकर उनसे पूछताछ चल रही थी। संदीप घोष के अलावा सीबीआई ने उनके बॉडीगार्ड अफसर अली खान और मेडिकल कचरा खरीदने वाले दो वेंडर्स बिप्लव सिन्हा और सुमन हाजरा को भी गिरफ्तार किया गया है। कोलकाता जूनियर डॉक्टर केस में मुख्य आरोपी संजय रॉय पहले से सलाखों के पीछे है और इस केस के में अभी तक पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। आइए जानते हैं कि बाकी चार लोगों का इस केस से क्या कनेक्शन है?
रिपोर्ट के मुताबिक, यह गिरफ्तारी भ्रष्टाचार मामले में हुई है। संदीप घोष के साथ 2 वेंडर बिप्लव सिंह व सुमन हजारा और उसके अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी अफसर अली को भी अरेस्ट किया गया है। घोष से सीबीआई लगातार कई दिनों तक पूछताछ कर रही थी। वह अस्पताल में वित्तीय गड़बड़ी मामले में एजेंसी के रडार पर थे। पहले ही उनके और अन्य संस्थाओं के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी थी। सीबीआई ने यह जांच अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली की शिकायतों के बाद शुरू की। उन्होंने घोष के प्रिंसिपल के रूप में कार्यकाल के दौरान लावारिस शवों की तस्करी, जैव-चिकित्सा अपशिष्ट के निपटान में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद जैसे वित्तीय कदाचार के आरोप लगाए थे।
1. संदीप घोष- पहले दिन से सवालों के घेरे में...
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में हुई घटना के पहले दिन से ही पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सवालों के घेरे में हैं। शुरुआत में उनके ऊपर आरोप लगे कि उन्होंने जूनियर डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले को दबाने की कोशिश की। इस मामले में संदीप घोष से पूछताछ चल ही रही थी कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉक्टर अख्तर अली ने एक बड़ा खुलासा कर दिया। अख्तर अली ने मीडिया में बयान देते हुए बताया कि संदीप घोष लंबे वक्त से मेडिकल कॉलेज के अंदर भ्रष्टाचार के खेल में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल से निकलने वाले मेडिकल कचरे को संदीप घोष ऐसे वेंडर्स को बेचते हैं, जिन्हें कानूनी तौर पर इसके लिए मान्यता नहीं मिली है।
साथ ही अख्तर अली ने ये भी बताया कि संदीप घोष लावारिस शवों को बेचने के धंधे में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि संदीप कॉलेज के छात्रों से उन्हें परीक्षा में पास कराने के लिए 5 से 8 लाख रुपये तक की रकम वसूलते थे। अख्तर अली के मुताबिक, कॉलेज के अंदर स्टूडेट्स का एक अलग गुट था, जो संदीप घोष के इशारों पर काम करता था। बदले में संदीप इन स्टूडेंट्स को कॉलेज के गेस्ट रूम में शराब पार्टी करने के लिए बुलाते थे। अख्तर अली ने बताया कि संदीप घोष के खिलाफ उन्होंने एक साल पहले राज्य सतर्कता आयोग और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को शिकायत दी थी, लेकिन मामले में एक्शन लेने के बजाय उनका ही ट्रांसफर कर दिया गया। इसके अलावा उन्हें और उनके परिवार को इस मामले में मुंह बंद रखने की धमकी भी दी गई। जूनियर डॉक्टर का मामला सामने आने के बाद अख्तर अली ने कोलकाता हाईकोर्ट में याचिका दी थी, जिसके बाद सीबीआई ने संदीप घोष को गिरफ्तार किया।
2. संदीप घोष का बॉडीगार्ड अफसर अली खान॥
अफसर अली खान साए की तरह संदीप घोष के साथ रहते थे। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में अफसर अली को संदीप घोष के राजदार के तौर पर जाना जाता था। ऐसे में सीबीआई को शक है कि संदीप घोष के हर घोटाले में अफसर अली भी शामिल हो सकता है। अख्तर अली ने आरोप लगाया है कि सरकारी कॉलेज के अंदर संदीप घोष ने प्राइवेट बॉडीगार्ड रखकर नियमों की भी अनदेखी की है। माना जा रहा है कि जल्द ही सीबीआई अफसर अली से पूछताछ शुरू कर सकती है।
3. मां तारा ट्रेडर्स के मालिक बिप्लव सिन्हा॥
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर बिप्लव सिंह का नाम भी सामने आया है। बिप्लव सिन्हा मेडिकल उपकरणों की सप्लाई करने वाली फर्म 'मां तारा ट्रेडर्स' के मालिक हैं। आज तक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिप्लव के पिता इसी मेडिकल कॉलेज में काम कर चुके हैं। अपने पिता के संपर्कों का फायदा उठाकर बिप्लव ने पहले अस्पताल में पोस्टर-बैनर का काम शुरू किया। इसके बाद मां तारा ट्रेडर्स फर्म के जरिए धीरे-धीरे दवाइयों और मेडिकल उपकरणों की सप्लाई का काम भी हासिल कर लिया। सीबीआई ने मामले में एफआईआर भी मां तारा ट्रेडर्स के नाम पर दर्ज की है।
4. हाजरा मेडिकल शॉप मालिक सुमन हाजरा॥
हाजरा मेडिकल शॉप नाम से दवाइयों की दुकान चलाने वाले सुमन हाजरा को संदीप घोष का खासमखास माना जाता है। अख्तर अली के आरोपों के मुताबिक, संदीप घोष मेडिकल कॉलेज में दवाओं के नाम पर भी बडे़ स्तर पर धांधली करते थे। सीबीआई को शक है कि इस धांधली में संदीप घोष के साथ सुमन हाजरा भी शामिल हो सकते हैं। सुमन हाजरा और बिप्लव सिन्हा एक ही मोहल्ले में रहते हैं। सुमन हाजरा को लेकर अंदेशा जताया जा रहा है कि वो मेडिकल कॉलेज के लिए अच्छे उपकरणों को बाजार में बेचकर संदीप घोष को मुनाफा कराता था।
क्या है मामला.?
दरअसल, पश्चिम बंगाल के आरजी कर अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर का 9 अगस्त को शव मिला था। आशंका है कि रेप करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई। इसे लेकर पूरे देश में गुस्से का माहौल बना हुआ है। इस घटना के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन जारी है। हड़ताली डॉक्टर्स आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को निलंबित करने की मांग कर रहे हैं, जो अपराध के संदिग्धों में से एक हैं। साथ ही, संस्थान में वित्तीय घोटाले को लेकर भी वह आरोपी हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद दोनों मामलों की जांच सीबीआई कर रही है। जांच एजेंसी ने सोमवार को घोष से पूछताछ जारी रखी और फिर देर शाम उन्हें अरेस्ट कर लिया।
संदीप घोष से 15 दिनों से चल रही थी पूछताछ॥
बता दें कि सीबीआई अस्पताल के पूर्व प्रमुख संदीप घोष से पिछले 15 दिन से पूछताछ कर रही थी और उनका लाई डिटेक्शन टेस्ट भी किया गया। वहीं, प्रदर्शनकारियों ने आज पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग को लेकर लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय की घेराबंदी करने का निर्णय लिया। जूनियर सरकारी चिकित्सकों ने ओपीडी में अनिश्चितकालीन काम बंद कर रखा है। डॉक्टर गोयल पर 14 अगस्त को आरजी कर अस्पताल में हुई तोड़फोड़ को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने आरजी कर अस्पताल मामले के अपराधियों को कठोर सजा देने की मांग के भी नारे लगाए। रैली को पुलिस मुख्यालय तक पहुंचने से रोकने के लिए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए और अवरोधक लगाए गए थे।