जम्मू-कश्मीर चुनाव में तैरते दिखेंगे मतदान केंद्र, डल झील में बनेंगे पोलिंग बूथ; पढ़े पूरी अपडेट...
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। चुनाव आयोग ने इलेक्शन शेड्यूल की घोषणा कर दी है। जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में तो हरियाणा में एक फेज में वोटिंग होगी। नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे। जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के बाद पहला विधानसभा चुनाव है। ऐसे में चुनाव आयोग ने खास तैयारी की है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कोई मतदाता नहीं छूट जाए यह सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग डल झील में तीन तैरते मतदान केंद्र बनाएगा। साथ ही नियंत्रण रेखा पर भी एक मतदान केंद्र बनाया जाएगा जोकि अपने आप में बेहद ही खास होगा।
नियंत्रण रेखा पर बनाया जाने वाला मतदान केंद्र 'विशेष रूप से' अनुसूचित जनजाति के लिए है क्योंकि यहां 100 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जनजाति (ST) की है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इस तरह के पोलिंग सेंटर बनाने की घोषणा की है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि इन 'अनूठे' मतदान केंद्रों की स्थापना का उद्देश्य गैर पहुंच वाले इलाकों तक संपर्क सुनिश्चित करना है। डल झील में बने तीन तैरते मतदान केंद्रों तक मतदान दल को नावों और शिकारों से ले जाया जाता है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, ''तीनों मतदान केंद्रों में से एक केंद्र 'खार मोहल्ला आबी करपोरा' में केवल तीन मतदाता हैं। गुरेज विधानसभा क्षेत्र में कोरागबल मतदान केंद्र भारतीय और पाकिस्तानी क्षेत्रों के बीच नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर स्थित है।'' उन्होंने कहा, 'यह मतदान केंद्र विशेष रूप से 100 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति (एसटी) आबादी के लिए है''।
लोकसभा चुनाव में इस मतदान केंद्र पर 80.01 प्रतिशत मतदान हुआ था। 'सीमारी कुपवाड़ा जिले का पहला मतदान केंद्र है। सीईसी ने कहा, ''रसद और सुरक्षा चुनौतियों के बावजूद यहां लगातार उच्च मतदान प्रतिशत रहता है।''
जम्मू-कश्मीर में एक दशक के बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग के चुनावी कार्यक्रम के मुताबिक यहां 18 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच तीन चरणों में मतदान होगा। नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। यहां विधानसभा की 90 सीट हैं।
18 सितंबर को पहले चरण में 24 सीट पर मतदान होगा, जबकि 25 सितंबर को दूसरे चरण में 26 और एक अक्टूबर को तीसरे चरण में 40 सीट पर चुनाव होंगे। जम्मू-कश्मीर में पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर 2014 में पांच चरणों में हुआ था।
आर्टिकल 370 हटने के बाद घाटी में पहला चुनाव॥
जम्मू कश्मीर में पिछला विधानसभा 2014 में पांच चरणों में हुआ था, तब लद्दाख उसका हिस्सा था। जम्मू कश्मीर में यह विधानसभा चुनाव संविधान के अनुच्छेद 370 के निरसन के बाद हो रहे हैं। अब जम्मू कश्मीर एक केंद्रशासित प्रदेश है, पहले यह राज्य हुआ करता था।
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा की 90 सीटें हैं। जम्मू में 43 और कश्मीर में 47 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं। पिछली बार जम्मू-कश्मीर में साल 2014 में 87 सीटों पर विधानसभा चुनाव हुए थे, जिनमें जम्मू की 37, कश्मीर की 46 सीटों और लद्दाख की 6 सीटें शामिल थीं. परिसीमन का काम पूरा नहीं हो पाने की वजह से साल 2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं कराया जा सका. साल 2022 में परिसीमन के बाद से जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 90 सीटें हो गई हैं।
जम्मू-कश्मीर का विधानसभा चुनाव क्यों अहम?
370 हटने के बाद से घाटी की राजनीति भी नए पड़ाव पर है धारा 370 हटने से पहले तक जम्मू-कश्मीर राज्य था। लेकिन अब वह केंद्र शासित प्रदेश है। इस लिहाज से देखे तो अब घाटी में बड़ा बदलाव हो चुका है। ऐसे में इस बार के विधानसभा चुनाव बेहद अहम है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव 30 सितंबर से पहले कराने की समय सीमा हाई कोर्ट की तरफ से तय की गई थी।
विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल सक्रिय॥
जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। भाजपा के नेता भी लगातार विभिन्न इलाकों में जाकर जनता से मुलाकात कर रहे हैं। भाजपा के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और पूर्व मंत्री श्याम लाल शर्मा शनिवार को पुंछ के मेंढर में पहुंचे। यहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और अन्य लोगों से मुलाकात की। यह दौरा उनका लोगों से इलेक्शन मेनिफेस्टो पर विचार करने पर आधारित था। क्योंकि राजौरी पुंछ में वो इलेक्शन मेनिफेस्टो के सदस्य हैं।
कश्मीर में लगातार हो रही थी चुनाव की मांग॥
बतादे की, 2019 में धारा 370 खत्म कर दिये जाने के बाद जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित क्षेत्र बना दिया गया था। तभी से वहां के राजनीतिक दल लगातार राज्य का दर्जा वापस दिये जाने की मांग कर रहे थे। सरकार की तरफ से बार बार यही कहा जा रहा था कि पहले चुनाव होंगे और उसके बाद ही राज्य का दर्जा वापस मिलेगा।
पिछली बार 2014 में हुए थे चुनाव॥
राज्य पुनर्गठन के पहले जम्मू कश्मीर विधानसभा के लिए चुनाव आखिरी बार साल 2014 में हुए थे। तब जम्मू कश्मीर विधानसभा की 87 सीटों के लिए करीब 65 फीसदी वोटिंग हुई थी। चुनाव नतीजों की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सबसे ज्यादा 23 फीसदी वोट मिले थे लेकिन पार्टी 25 सीटों के साथ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के बाद दूसरे नंबर रही थी। पीडीपी तब 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी।
इसके अलावा डॉक्टर फारुक अब्दुल्ला की अगुवाई वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस को 15, कांग्रेस को 12 सीटों पर जीत मिली थी। सीपीआईएम एक सीट जीतने में सफल रही थी। तब पीडीएफ के एक उम्मीदवार को भी जीत मिली थी और तीन निर्दलीय भी विधानसभा पहुंचने में सफल रहे थे। दो सबसे बड़ी पार्टियों पीडीपी और बीजेपी साथ आए और गठबंधन सरकार बनाई। साल 2018 में ये गठबंधन टूट गया था जिसके बाद राज्य में राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया था।
जम्मू कश्मीर के प्रमुख सियासी दल॥
जम्मू कश्मीर में प्रमुख नेताओं और दलों की बात करें तो कांग्रेस और बीजेपी के अलावा, फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कांफ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की पीडीपी, अल्ताफ बुखारी की 'अपनी पार्टी', और लंबे समय तक कांग्रेस में रहे गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी प्रमुख दल हैं। इसके अलावा, सज्जाद लोन की जम्मू-कश्मीर पीपल कॉन्फ्रेंन्स और लोकसभा चुनाव जीतने वाले इंजीनियर रशीद की पार्टी आवामी इत्तेहाद पार्टी शामिल है. राशिद की पार्टी उत्तरी कश्मीर में अपना जनाधार लगातार बढ़ाते जा रही है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर में मतदान को लेकर भारी उत्साह नजर आया था। श्रीनगर में मतदान ने नया रिकॉर्ड बना दिया था तो वहीं केंद्र शासित प्रदेश की अन्य सीटों पर भी मतदान को लेकर भारी उत्साह देखा गया।
पहले चरण में इन सीटों पर होगा मतदान...
- -पंपोर
- -त्राल
- -पुलवामा
- -राजपोरा
- -जैनापोरा
- -शोपियां
- -डी.एच. पोरा
- -कुलगाम
- -देवसर
- -दूरू
- -कोकेरनाग (एसटी)
- -अनंतनाग पश्चिम
- -अनंतनाग
- -श्रीगुफवाड़ा-बिजबेहरा
- -शांगस-अनंतनाग पूर्व
- -पहलगाम
- -इंदरवाल
- -किश्तवाड़
- -पैड डेर-नागसेनी
- -भद्रवाह
- -डोडा
- -डोडा पश्चिम
- -रामबन
- -बनिहाल
दूसरे चरण में इन सीटों पर होगा मतदान...
- -कंगन (एसटी)
- -गांदरबल
- -हजरतबल
- -खानयार
- -हब्बाकदल
- -लाल चौक
- -चन्नपोरा
- -जदीबल
- -ईदगाह
- -सेंट्रल शाल्टेंग
- -बडगाम
- -बीरवाह
- -खानसाहिब
- -चरार-ए-शरीफ
- -चदूरा
- -गुलाबगढ़ (एसटी)
- -रियासी
- -श्री माता वैष्णो देवी
- -कालाकोट-सुंदरबनी
- -नौशेरा
- -राजौरी (एसटी)
- -बुद्धल (एसटी)
- -थन्नामंडी (एसटी)
- -सुरनकोट (एसटी)
- -पुंछ हवेली
- -मेंढर (एसटी)
तीसरे चरण में इन सीटों पर मतदान॥
- -करनाह
- -त्रेहगाम
- -कुपवाड़ा
- -लोलाब
- -हंदवाड़ा
- -लंगेट
- -सोपोर
- -रफियाबाद
- -उरी
- -बारामूला
- -गुलमर्ग
- -वागूरा-क्रीरी
- -पट्टन
- -सोनावारी
- -बांदीपोरा
- -गुरेज (एसटी)
- -उधमपुर पश्चिम
- -उधमपुर पूर्व
- -चेनानी
- -रामनगर (एससी)
- -बनी
- -बिलावर
- -बसोहली
- -जसरोटा
- -कठुआ (एससी)
- -हीरानगर
- -रामगढ़ (एससी)
- -सांबा
- -विजयपुर
- -बिश्नाह (एससी)
- -सुचेतगढ़ (एससी)
- -आर.एस. पुरा- जम्मू दक्षिण
- -बाहु
- -जम्मू पूर्व
- -नगरोटा
- -जम्मू पश्चिम
हरियाणा विधानसभा चुनाव का पूरा शेड्यूल॥
- अधिसूचना- 5 सितंबर
- डेट ऑफ नॉमिनेशन आखिरी तारीख- 12 सितंबर
- नाम वापसी का आखिरी दिन- 16 सितंबर
- इलेक्शन डेट- 1 अक्टूबर
- रिजल्ट- 4 अक्टूबर