बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ वाराणसी में निकली जन आक्रोश यात्रा, 1KM तक भगवामय हुई सड़क, राष्ट्रपति को भेजा पत्र; देख तस्वीर।
वाराणसी। बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ हिंसा के विरोध में व्यापार मंडलों ने गुरुवार को बनारस बंद का आह्वान किया। हिन्दू रक्षा समिति की ओर से 22 अगस्त को आक्रोश रैली के समर्थन में पिपलानी कटरा स्थित एक बैंक्वेट हॉल में मंगलवार को हुई व्यापार मंडलों की बैठक में यह फैसला लिया गया।
साड़ी, जरी, दवा, रेडीमेड कपड़े, गल्ला, सराफा, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि उत्पादों के प्रतिष्ठान गुरुवार को बंद रखने का निर्णय किया गया। इसके साथ ही बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार के विरोध में हिन्दू रक्षा समिति की ओर से 22 अगस्त को शाम 4 बजे रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से भारत माता मंदिर तक आक्रोश रैली निकाली गई।
बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के साथ हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की घटनाओं के विरोध में गुरुवार को उत्तर प्रदेश का बनारस शहर बंद रहा। संतो के आवाह्न पर धर्म की नगरी में करीब 70 प्रतिशत दुकानों का शटर सुबह से बंद रहे।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ शाम होते ही संतो की अगुवाई में हजारों की संख्या में व्यापारी, छात्र और विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग सड़क पर उतरे।
शहर के विभिन्न हिस्सों से हजारों की संख्या में नगर निगम के शहीद उद्यान के पास पहुंचे काशीवासी हाथों में तिरंगा झंडा और हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार की तख्तियों को लेकर प्रदर्शन करते हुए मार्च निकाला।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के विरोध में शहर के संत, व्यापारी, समाजसेवी, जनप्रतिनिधि ने मिलकर जन आक्रोश रैली निकाली। इसमें व्यापार मंडल से जुड़े तमाम संगठन शामिल हुए। रैली की शुरुआत सिगरा स्थित शहीद उद्यान से हुई। रैली कुल 1 किलोमीटर की निकली जो भारत माता मंदिर पर समाप्त हुई। इस दौरान एक किमी तक की सड़क पूरी तरह से भगवा रंग में रंग गई।
बांग्लादेश में हुए हिंदुओं पर अत्याचार और नरसंहार की घटना के खिलाफ काशी की सड़को पर उमड़े जनसैलाब का प्रतिनिधित्व करने वाले संतो ने केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप कर पीड़ितों को न्याय दिलाने की आवाज उठाई।
इस दौरान संतो और समाजसेवियों ने वाराणसी के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। वही बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार पर विपक्ष के शीर्ष नेताओं की चुप्पी पर अपना आक्रोश व्यक्त किया।
स्वामी जितेंद्रानंद बोले- हिंदुओं की हत्या हो रही, विपक्ष नेता चुप क्यों.?
अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने विपक्ष के नेताओं से पूछा कि वह हर -छोटी बड़ी घटनाओं पर अपनी आवाज को बुलंद करते है, यहां तक कि यूक्रेन व रूस के युद्ध के दौरान भी विपक्ष के नेताओं विरोध किया, लेकिन जब बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार की खबरे आए तो किसी भी विपक्ष के नेताओं ने हिंदुओं के पक्ष में नहीं बोला। आज विपक्ष के नेताओं चुप क्यों है, क्योंकि हिंदुओं की हत्या हो रही है।
बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों पर धन और धर्म तथा चरित्र की हो रही हत्या॥
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि हिन्दू रक्षा समिति द्वारा राष्ट्रपति को पत्र भी भेजा गया जिसमें लिखा गया कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रही हिंसा, अपहरण, बलात्कार, लूट-पाट, आगजनी को देख-सुन कर पूरा देश और समाज आक्रोशित एवं दुखी है।
बांग्लादेश राजनैतिक षड्यंत्र और अराजकता के दौर से गुजर रहा है, जिसमें वहाँ रहने वाले निर्दोष अल्पसंख्यक सनातन हिन्दू धर्मावलंबियों के साथ सिख, बौद्ध, जैन संप्रदायों के आस्थावान नागरिकों पर भी हमले किए जा रहे हैं। बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों को धन और धर्म तथा चरित्र की हत्या की जा रही है।
भारत में वातावरण खराब करने वालों पर हो कार्रवाई॥
स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि राष्ट्रपति से अपील की गई कि बांग्लादेश की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हम भारत सरकार से यह अपेक्षा करते हैं कि कूटनीतिक, राजनीतिक और संयुक्त राष्ट्र संघ पर दबाव बढ़ाकर, आवश्यक हो तो सैन्य हस्तक्षेप करना चाहिए। इसके लिए देश का पूरा हिन्दू समाज, भारत सरकार के साथ अपने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के पीछे चट्टान की तरह खड़ा है।
भारत भूमि पर जो व्यक्ति अथवा संस्था संविधान का अनादर करते हुए भारत में भी बांग्लादेश दोहराने की चुनौती विभिन्न माध्यमों से देकर यहां का भी वातावरण खराब करने का प्रयास कर रहे हैं, उनके ऊपर सख्त से सख्त कार्यवाही करें, ताकि यहाँ की शांति व्यवस्था बनी रहे।
बांग्लादेश की सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर शुरू हुआ विवाद॥
बता दे कि बांग्लादेश की सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब वहां रह रहे हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और अत्याचार का रूप ले चुका है। शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद से बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है।
हिंदुओं के खिलाफ रेप, मर्डर, घर जलाना, दुकानों में तोड़फोड़ जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। कई रिपोर्ट्स यह दावा कर रही है कि बांग्लादेश में अब पूरी हिंसा हिंदुओं के खिलाफ हो गई है। हिंदुओं को चुन-चुन कर मौत के घाट उतारा जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हिंदू समुदाय के घरों, मंदिरों पर हमले हो रहे हैं, महिलाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा है। वहीं कई हिंदुओं को जान से मार दिया गया है। ऐसे में अब हिंदू समुदाय ने अपनी सुरक्षा की मांग करते हुए बांग्लादेश की सड़कों पर उतरकर जबरदस्त प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है।
भारत में भी हिंदू समुदाय अपनी सुरक्षा की मांग कर रहा है। अपने हाथों में बैनर, तख्तियां लेकर नारे लगा रहे हैं कि उन्हें सुरक्षा दो। इसी के चलते वाराणसी में भी आज जन आक्रोश यात्रा निकाली गई।