'दो बार गलती हुई थी, अब कभी इधर उधर नहीं होगा', RJD के साथ गठबंधन को लेकर बोले नीतीश कुमार।
पटना। राजद नेता और पूर्व सहयोगी तेजस्वी यादव के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि हमने दो बार आरजेडी के साथ जाकर गलती की थी। अब ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हम अब कभी आरजेडी के साथ नहीं जा सकते।
नीतीश कुमार का यह बयान अहम है क्योंकि पिछले दिनों उनकी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात हुई थी। इसके बाद से ही कयास लग रहे थे कि बिहार की राजनीति में फिर से खेला हो सकता है। यह मुलाकात अचानक ही हुई थी और दोनों के बीच करीब आधे घंटे बात हुई थी। अब नीतीश कुमार ने इन कयासों को दूर करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि एनडीए के साथ उनका स्वाभाविक गठबंधन है और अब यह हमेशा के लिए बना रहेगा।
नीतीश कुमार की टिप्पणियों से 3 सितंबर को पटना में राज्य सचिवालय में पूर्व भारतीय ब्लॉक भागीदार से मुलाकात के बारे में स्थिति साफ हो गई। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने उन्होंने कहा कि पहले आईजीआईएमएस में बेड की संख्या 770 थी। बाद में बेड की संख्या बढ़ाकर 1370 करने का निर्णय लिया गया और अगले साल तक 1200 सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 2005 में स्वास्थ्य की स्थिति बहुत खराब थी। कमी थी अस्पताल में दवाओं और डॉक्टरों की कमी और एक महीने में 39 मरीज प्राथमिक स्वास्थ्य के लिए आते थे। लेकिन 2006 में जब हमारी सरकार बनी तो मुफ्त दवा देने का निर्णय लिया गया। पहले एक महीने में 39 मरीज आते थे लेकिन अब हर महीने 11 हजार मरीज आते हैं।
राजद पर वार करते हुए नीतीश ने कहा कि क्या पहले वालों ने कुछ किया? 'हमने गलती की कि हम दो बार उनके साथ गए और फिर बाद में हटा दिए, अब हम कभी इधर उधर नहीं जाएंगे। हम लोग शुरू से साथ थे। बीच में कभी दो बार इधर उधर हुआ गलती हुई, अब कभी इधर उधर नहीं होगा।
तेजस्वी के साथ नीतीश कुमार की हालिया मुलाकात ने एक और उलटफेर की अटकलों को हवा दे दी है, जिससे केंद्र की एनडीए सरकार चिंतित हो जाएगी। जेडीयू नई दिल्ली में मौजूदा एनडीए प्रशासन में सबसे बड़े सहयोगियों में से एक है और उसके समर्थन वापस लेने से बीजेपी, जो लोकसभा चुनाव 2024 में अपने दम पर बहुमत हासिल करने में विफल रही, परेशानी में पड़ सकती है। हालांकि गठबंधन में एक और बड़ी सहयोगी टीडीपी अभी भी सरकार को सत्ता में बनाए रखेगी।
घटनाक्रम के बीच, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे, जहां वह पार्टी नेताओं और मुख्यमंत्री के साथ बैठक करेंगे। नीतीश कुमार ने पहली बार जून 2013 में एनडीए के साथ दशकों पुराने संबंधों को समाप्त कर दिया था जब भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनावों में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधान मंत्री पद का चेहरा घोषित किया था।
उन्होंने तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए 2017 में महागठबंधन छोड़ दिया। उन्होंने फिर से बीजेपी से हाथ मिला लिया। अगस्त 2022 में, उन्होंने एक बार फिर एनडीए छोड़ दिया और महागठबंधन में शामिल हो गए और राजद और अन्य के साथ सरकार बनाई।
बता दें कि एनडीए सरकार की केंद्र में वापसी के बाद भी नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी से कहा था कि हमसे गलती हुई थी, जो हम छोड़कर गए थे। उन्होंने कहा था कि हम अब साथ में ही काम करेंगे। बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2013 में नरेंद्र मोदी को भाजपा की ओर से पीएम उम्मीदवार बनाए जाने के बाद गठबंधन तोड़ दिया था। इसके बाद वह वापस लौटे और फिर दोबारा आरजेडी के साथ चले गए थे। इस तरह उनका पालाबदल दो बार आरजेडी के साथ हो चुका है।
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