हर सीन घिनौना! दुनिया की एक ऐसी फिल्म जो 150 देशों में हुई बैन, डायरेक्टर की कर दी गई थी हत्या, मूवी देख बेहोश होने लगे थे लोग।
World Worst Film Ever: आपने दुनिया की ऐसी कई फिल्मों के बारे में सुना होगा कि ये अब तक की सबसे बेकार और फ्लॉप फिल्म थी। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको दुनिया की सबसे ‘घटिया’ फिल्म होने का टैग दिया गया है। यह फिल्म कई साल पहले बनाई गई थी, लेकिन इसके रिलीज से पहले ही 150 से ज्यादा देशों में इस पर बैन लगा दिया गया था।
फिल्म के सीन इतने घिनौने थे कि इसे देखना किसी के लिए भी आसान नहीं है। कहा जाता है कि कुछ लोगों ने इसे देखने का चैलेंज भी लिया था, मगर वे भी पूरी फिल्म नहीं देख सके। फिल्म के सीन इतने भयानक और गंदे हैं कि वे मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं। तो आइए जानते हैं, आखिर कौन सी है यह विवादित फिल्म?
दुनिया की सबसे ‘घटिया फिल्म॥
दुनिया भर में कई फिल्में बनी हैं जो अपनी कहानी या किसी विवादित मुद्दे के चलते आलोचनाओं के घेरे में रहीं। कुछ फिल्मों ने तो इतना विवाद खड़ा किया कि उन्हें कई देशों में बैन कर दिया गया, और कुछ मामलों में तो निर्माताओं को अपनी जान तक गंवानी पड़ी। ऐसी ही एक फिल्म है, जो इटली में 1975 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म की कहानी में बच्चों के एक समूह को अपहरण कर लिया जाता है और उन्हें नाजियों की कठपुतलियां बना दिया जाता है। फिल्म इतनी खौफनाक है कि कलेजा मुंह को आ जाए।
फिल्म में दिखाए गए कई घिनोने सीन॥
इस का नाम 'सालो: ऑर द 120 डेज ऑफ सोडोम' है, जिसमें बच्चों के साथ बलात्कार, हत्या और अत्याचार दिखाए गए हैं। इसमें ऐनल रेप जैसी कई गंदी हरकतें शामिल हैं। इस फिल्म ने 1993 में ऑस्ट्रेलिया में बैन कर दिया गया था, लेकिन बाद में 1998 में फिल्म पर एक बार फिर बैन लगा दिया गया। इतना ही नहीं, फिल्म की रिलीज के बाद इसको बनाने वाले फिल्म निर्माता पाओलो पासोलोनी की भी हत्या कर दी गई। फिल्म में सेक्सुअल टॉर्चर की कहानी को दिखाया गया है। फिल्म का एक-एक सीन इतना दर्दनाक होता है कि देखने वाले की रूह कांप जाए।
फिल्म में दिखाई गई थी सबसे ज्यादा हिंसा॥
फिल्म में कुछ टीनेज फ्रेंड्स को किडनैप कर उन्हें एक दूसरे के साथ इंटिमेट होने के लिए मजबूर किया जाता है। फिल्म में कई हिंसा के सीन दिखा गए थे, जो ऐसे थे कि जिनको देख पाना किसी के लिए भी आसान नहीं। बताया जाता है कि फिल्म की हीरोइन सांड्रा पीबॉडी खुद शूटिंग के दौरान इतनी डिस्टर्ब हो गई थी कि शूटिंग सेट ही छोड़ कर चली गई थीं. इतना ही नहीं, फिल्म को लेकर विवाद इतना बढ़ गया था कि फिल्म के डायरेक्टर बर्नाडो को तो चार महीने जेल की हवा भी खानी पड़ी थी। इटली, पुर्तगाल और चिली में फिल्म पर 30 साल तक बैन लगा दिया गया था।
फिल्म के निर्माता की कर दी गई थी हत्या॥
फिल्म में कुछ टीनेज फ्रेंड्स को किडनैप कर उन्हें एक दूसरे के साथ इंटिमेट होने के लिए मजबूर किया जाता है। फिल्म में कई हिंसा के सीन दिखा गए थे, जो ऐसे थे कि जिनको देख पाना किसी के लिए भी आसान नहीं। बताया जाता है कि फिल्म में काम करने वाले कई कलाकार खुद शूटिंग के दौरान बेहद डिस्टर्ब हो गए थे। इतना ही नहीं, फिल्म को लेकर विवाद इतना बढ़ गया था कि फिल्म बनाने वाले पॉयर पाओलो पासोलोनी के पास सफाई देने का भी समय नहीं बचा था क्योंकि फिल्म के रिलीज होते ही उनकी हत्या भी कर दी गई।
कोई नहीं देख पाया पूरी फिल्म॥
इस फिल्म को पॉयर पाओलो पासोलोनी ने डायरेक्ट किया था और उन्होंने इस फिल्म की कहानी को भी लिखा था। इस फिल्म में पाओलो बोनासेली, जियोर्जियो कैटाल्डी, उबर्टो पाओलो क्विंटावेल, एल्डो वैलेटी, कैटरिना बोराटो, एल्सा डी जियोर्गी, हेलेन सर्जेरे, सोनिया सविएंज जैसे कलाकार नजर आए थे। ये फिल्म 1975 में रिलीज हुई थी, लेकिन 150 देशों ने फिल्म की रिलीज से पहले इस पर बैन लगा दिया था। इस फिल्म का नाम आज भी सबसे ज्यादा हिंसक और डरावनी फिल्मों की लिस्ट में गिना जाता है, जिसको कोई भी पूरा नहीं देख पाया।