Varanasi News: काशी में मंदिरों से साईं मूर्ति हटाने वाला अजय शर्मा गिरफ्तार: पुजारी ने दर्ज कराई FIR, रात 2 बजे सादी वर्दी में उठा ले गई पुलिस।
Sai Baba Controversy : उत्तर प्रदेश के वाराणसी के मंदिरों से साईं मूर्तियां हटाने वाले अजय शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार रात 2 बजे शर्मा मंदिरों से साईं मूर्तियां हटाने के लिए घर से निकले थे। सूचना पर सादी वर्दी में पुलिस पहुंच गई और बीच रास्ते से उन्हें उठा ले गई।
वहीं इस गिरफ्तारी को लेकर बनारस के लोगों की राय बंटी हुई दिख रही है। जहां एक ओर बनारस की अड़ी पर आम लोग इस गिरफ्तारी को गलत बता रहे है तो वहीं अखिल भारतीय संत समिति ने इसे विपक्ष के टूल किट गैंग की सोची समझी साजिश बताई। पुलिस ने केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष और सनातन संगठन से जुड़े अजय शर्मा को रात करीब 3:00 बजे हिरासत में ले लिया था।
DCP काशी गौरव बंसवाल ने बताया कि- शांतिभंग में सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा को हिरासत में लिया। इस बीच, मंदिर से साईं की मूर्ति हटाए जाने के विरोध में पुजारी ने चौक थाने में अजय शर्मा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया, फिर पुलिस ने अजय शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पहले अजय शर्मा को कुछ लोगों द्वारा किडनैप किए जाने की सूचना मिली थी, लेकिन बाद में पुलिस ने कंफर्म किया कि अजय शर्मा को पुलिस ने हिरासत में लिया है, क्योंकि देर रात वह कुछ मंदिरों से साईं की मूर्ति हटाए जाने के लिए अपने अभियान को आगे बढ़ाने के लिए जा रहे थे। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अजय शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
परिवार के लोगों ने बताया कि कल रात लगभग 2:00 बजे वह घर से निकले थे और मैदागिन कुछ मजदूरों की तलाश में गए थे। उन्होंने बताया था कि दशाश्वमेध के भूतेश्वर महादेव और तारकेश्वर महादेव मंदिर से उन्हें साईं बाबा की मूर्तियां हटवानी है और इन्हीं मूर्तियों को हटाने के लिए वह भोर में मजदूरों की तलाश करने के लिए मैदागिन पहुंचे थे। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सनातन रक्षक दल से जुड़े अजय शर्मा को हिरासत में ले लिया है।
रात में बारिश के दौरान सनातन रक्षक दल और केंद्रीय ब्राह्मण महासभा से जुड़े कुछ लोगों ने जब अजय शर्मा को फोन करना शुरू किया तो उनका फोन स्विच ऑफ था जहां पड़ताल में पता चला कि एक नीली कार सवार लोगों ने उन्हें किडनैप किया है, हालांकि बाद में यह स्पष्ट हो गया कि पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है।
डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि चौक थानांतर्गत आनंदमयी हनुमान मंदिर के पुजारी ने लिखित तहरीर दी, जिसके आधार पर अजय शर्मा को गिरफ्तार किया गया है। अजय शर्मा पर धारा 295, 153, 452 और 505 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें अधिकतम 3 साल की सजा है। गौरव बंसवाल ने बताया कि आनंदमयी मंदिर के पुजारी ने तहरीर में बताया कि अजय शर्मा ने उन्हें मंदिर से साई प्रतिमा को हटाने के लिए कहा था। बीते दो दिनों से लगातार साई प्रतिमा हटाने की बात सामने आ रही थी। अजय शर्मा के इस कृत्य से मुझे और अन्य लाखो साई भक्तों को ठेस पहुंची है।
शिरडी साईं ट्रस्ट का कहना है- हमने अपनी महाराष्ट्र सरकार से बात की है। कहा है कि यूपी सरकार से इस मसले पर बातचीत करे। मूर्तियां हटाने पर तत्काल रोक लगाई जाए। ऐसे कार्य से साईं भक्तों की भावना आहत हो रही हैं।
टूल किट गैंग की साजिश.?
अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद ने इस विवाद पर कहा कि सनातन हिंदू धर्म मे 127 संप्रदाय है। इन संप्रदायों में आपसी असहमति संभव है, लेकिन किसी को अपमानित करने का अधिकार किसी को नहीं है। मूर्ति जो आज हटाई जा रही है, उसे वर्षों पहले आखिर रखा किसने है? आज जो हटा रहे है, कल तक उनकी आस्था थी और आज नहीं है? कहीं ऐसा तो नहीं कि महाराष्ट्र चुनाव में शिरडी और आस-पास के क्षेत्र में इस विवाद से हिंदू समाज को बांटने की साजिश की जा रही है? कहीं ये अजय शर्मा विपक्ष के टूल किट गैंग का हिस्सा तो नहीं, इस बात की भी जांच होनी चाहिए।
लोगों ने साईं प्रकरण में सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के गिरफ्तारी का विरोध किया। नागेंद्र सिंह ने कहा कि अजय शर्मा की गिरफ्तारी पूरी तरह से गलत है और सनातन धर्म को मानने वालों के साथ पुलिस को इस तरह का अन्याय नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे मंदिर में साईं की प्रतिमा लगाना ही गलत है और उन्हें देवता के रूप में पूजा करना शर्म की बात है।
स्वेच्छा से हटाना गलत कहां॥
वहीं, इस मामले में अजय शर्मा की गिरफ्तारी को नागेंद्र गांधी ने भी गलत बताया है। उन्होंने कहा कि जब मंदिरों से मूर्तियां पुजारी अपनी स्वेच्छा से हटा रहे हैं, तो उसमें गलत क्या है। पुराने समय में जो गलतियां हुई हैं उसे भविष्य में सुधारा जाता है। यह भी उसी का प्रयास है।